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Wednesday, 24 August 2016

mouse ke baare me rochak jankari


डगलस एंजेलबर्ट ने 1960 में जब कंप्यूटर माउस का आविष्कार किया था, तब उन्होंने उसे लकड़ी से बनाया था। एंजेलबर्ट का पिछले दिनों निधन हो गया, लेकिन, अब तक के सफर में माउस ने तमाम पड़ाव पार कर लिए हैं। यह अब वायरलेस भी हो गया है। आइए जानें कंप्यूटर माउस के कुछ दिलचस्प तथ्य..

History about Mouse in Hindi. General Knowledge  about Mouse in Hindi. जानिए माउस के बारे में.

-जिस समय 1960 में एंजेलबर्ट ने माउस का
अविष्कार किया था, उस समय बड़े-बड़े कमरों के बराबर कंप्यूटर होते थे, इन मशीनों में पंच कार्ड द्वारा डाटा भरे जाते थे।

-1963 में बिल इंग्लिश ने डगलस के स्केचेज के आधार पर लकड़ी का माउस बनाया, जिसे चलाने के लिए दो पहियों का इस्तेमाल किया। ‘ डगलस ने 1968 में सैन फ्रांसिसको के कंप्यूटर कॉन्फ्रेंस में माउस का पहला डिमॉन्सट्रेशन दिया।

-जैक हॉली और बिल इंग्लिश डगलस के इस काम से बहुत प्रभावित थे। उन्होंने उसी के आधार पर पहला डिजिटल माउस 1972 में जीरॉक्स
पार्क डिजाइन किया। इस माउस में एनलॉग से डिजिटल में कन्वर्ट करने की जरूरत नहीं होती थी, यह सीधे इन्फॉर्मेशन कंप्यूटर को भेजता था। इसी माउस में पहली बार मेटल की माउस बॉल लगाई गई।

-1970 में डगलस एंजेलबर्ट ने माउस का पेटेंट कराया था, उनके नाम माउस के अलावा 45 और आविष्कारों का पेटेंट है।

-शुरुआत में माउस को ‘बग’ नाम से जाना जाता था, लेकिन इसे माउस इसलिए कहा गया, क्योंकि स्टैंफोर्ड रिसर्च इंस्टीट्यूट में विकसित किए गए
माउस का आकार बिल्कुल चूहे की तरह था।

-डगलस के प्रदर्शन के करीब बीस साल बाद 1981 में माउस इस्तेमाल के लिए बाजार में आया, जिसमें बॉल और दो बटन होते थे। जेरोक्स स्टार 8010 पर्सनल कंप्यूटर के साथ इसे बेचा गया। उस समय इस कंप्यूटर की कीमत थी 16000 डॉलर।

-माउस की बॉल का अविष्कार बिल इंग्लिश ने 1970 में किया था।

-माइक्रोसॉफ्ट ने पहली बार 1983 में माउस की
बिक्री शुरू की।

-1991 में लॉजिटेक ने दुनिया का पहला वायरलेस माउस पेश किया, जिसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी ट्रांसमिशन का इस्तेमाल किया गया।

– 2004 में लॉजिटेक कंपनी ने पहला लेजर माउस बाजार में उतारा था। इस माउस की स्पीड ऑप्टिकल माउस से 20 गुना ज्यादा थी।

-माउस की स्पीड को मिकी यूनिट में गिना जाता है। एक मिकी एक इंच का 200वां हिस्सा होता है।

-इसे इंग्लिश, स्पेनिश, इटालियन, जर्मन, फ्रेंच और रूसी सहित अनेक भाषाओं में माउस के नाम से ही जाना जाता है।



कौन थे डगलस एंजेलबर्ट



डगलस एंजेलबर्ट (डग) सिर्फ माउस के ही जन्मदाता नहीं, बल्कि ई-मेल, वर्ड प्रोसेसिंग और
टेलिकॉन्फ्रेंसिंग पर भी शुरुआती काम किया था। उनका जन्म 30 जनवरी 1925 को ओरेगन के पास पोर्टलैंड में हुआ था। उनके पिता रेडियो मैकैनिक और मां गृहिणी थीं। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद दूसरे विश्वयुद्ध में राडार टेक्नीशियन के रूप में काम किया। इसके बाद वे नासा की संस्था नाका में इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के पद पर काम करने लगे। जल्द ही वह नौकरी छोड़कर डॉक्टरेट की उपाधि के लिए बर्कले स्थित कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय चले गए। बाद में उन्होंने ऑग्मेंटेशन शोध केन्द्र के नाम से अपनी प्रयोगशाला स्थापित की। उनकी प्रयोगशाला ने एआरपीएनेट के
विकास में सहयोग किया़, जिसने आगे चलकर इंटरनेट का रूप लिया। उन्हें 1997 में लेमेलसन-एमआईटी पुरस्कार मिला और साल 2000 में पर्सनल कम्प्यूटिंग की बुनियाद तैयार करने के लिए नेशनल मेडल फॉर टेक्नालॉजी से नवाजा गया।


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